arthritis में अपने heart की कैसे करें care


ARTHRITIS भले ही हड्डियों की बीमारी हो, लेकिन इसका असर BODY के दूसरे अंगों पर भी पड़ता है, यह दिल को भी प्रभावित करती है, ऐसे में दिल की CARE कैसे करें, इसके टिप् हम आपको दे रहे हैं।( We are giving you tips about this)

arthritis में अपने heart की कैसे करें care (How to care for your heart in arthritis)






1. ARTHRITIS मे दिल का रखें ख्याल (Heartache in Heart Rheumatism)

जब हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है तो वह गठिया का रूप ले लेता है। यूरिक एसिड कई तरह के आहारों को खाने से बनता है। रोगी के एक या कई जोड़ों में दर्द, अकड़न या सूजन जाती है। रूमेटाइड आर्थराइटिस का असर हृदय पर भी पड़ता है। इस बीमारी से पीड़ित अधिकांश मरीजों की मौत का कारण हार्ट अटैक ही होता है। इससे बचने के लिए ये उपाय अपनाएं। (Take these measures to avoid this)



2. कम करें वजन (Reduce weight)


मोटापा वास्तव में BODY के जैव रसायन तथा ज्वलनकारी परिवर्तनों को तेज कर सकता है जिसके कारण गठिया रोग मे ज्यादा परेशानी हो सकती है। गठिया से ग्रसित लोगों को एक्सरसाइज करनी चाहिए। यदि आपको व्यायाम करने में परेशानी होती है तो आप अपने घर या अपार्टमेंट में टहल भी सकते हैं। व्यायाम और सुबह के समय टहलने के साथ ही यदि आप स्विमिंग पूल या नदी में तैरते हैं तो यह भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा।( Will be beneficial for you)



3. अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक (Alcohol and Soft Drinks)


वैसे तो गठिया से पीड़ित व्यक्तियों को ढेर सारा पानी पीने और तरल पदार्थों का सेवन करने को कहा जाता है, लेकिन अगर वे अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करते हैं तो उनकी समस्या और भी बढ़ सकती है। मछली और मांस से परहेज़ करना चाहिए।



4. पौष्टिक आहार (nutritious food)


गठिया के रोगियों को PROTEIN RICH आहार से परहेज करना चाहिए। BODY में PROTEIN की कमी को दूर करने के लिए चोकरयुक्त आटे की रोटी तथा छिलके वाली मूंग की दाल खाएं। उबले अनाज, चावल, बाजरा, जौ, गेहूं, चपाती आदि भोजन में सम्मिलित करें।उबली हुई हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज, साबूदाना, गिरीदार फल, शहद तथा सभी प्रकार के फल (खट्टे फल एवं केले को छोड़कर) पर्याप्त मात्रा में लें।



 5. धूम्रपान (Smoking)


गठिया के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा कम करने के लिए धूम्रपान ना करने, पौष्टिक आहार लेने और नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करवाने की सलाह देते हैं।



6. पेन किलर (Pen killer)


नॉन स्टेरॉयड एंटी इनफ्लेमेटरी ड्रग (एनएसएआइडीएस) श्रेणी की दर्द निवारक दवाओं की हाई डोज दिल के दौरे, स्ट्रोक और ह्रदय रोगों का जोखिम तीन गुना तक बढ़ा देती है। गठिया के मरीजों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। दर्द से निजात पाने के लिए लोग नियमित तौर से पेनकिलर्स का इस्तेमाल करते हैं।


7. दर्द को नजरअंदाज करें (Do not ignore pain)


यदि थोड़ा-सा चलने के बाद घुटनों में दर्द होता है या कुर्सी में बैठ कर भी असहज महसूस कर रहे हैं, सीढ़ी चढ़ने, पालथी मार कर बैठने में दिक्कत होती है तो इस दर्द को समझने की कोशिश करें। किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लें। अगर घुटनों में किसी प्रकार की चोट लगी है  तो भी सावधान रहने की जरूरत है।( Need to be careful)



8. ब्लड शुगर (Blood sugar)


हाई ब्लड शुगर से पूरे BODY में रक्त वाहिनियों पर विपरीत असर पड़ता है। दिल और पाचन तंत्र भी इससे अछूते नहीं रहते। स्नायु तंत्र कमजोर होने पर BODY के किसी भी अंग तक पोषक तत्व और OXYGEN की सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती।( Oxygen supply does not fit properly)

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